BED 2025 Letest News: हाल ही में BEd अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ा विवाद सामने आया है। सब जानते हैं कि शिक्षक बनने के लिए BEd होना ज़रूरी माना जाता है, लेकिन हाल ही में एक भर्ती प्रोसेस में इस डिग्री की अनिवार्यता को बदल दिया गया है। इसके बाद कई उम्मीदवारों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा विवाद और क्यों हो रहा है इसका विरोध।
अब तक शिक्षक पद के लिए BEd डिग्री एक अनिवार्य योग्यता थी, लेकिन उत्तर प्रदेश राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक (कंप्यूटर विषय) की भर्ती में इस बार BEd की आवश्यकता को हटा दिया गया है। यानी जिनके पास BEd नहीं है, वे भी आवेदन कर सकते हैं। यह कई अभ्यर्थियों के लिए राहत की बात जरूर है, लेकिन नई गाइडलाइन के तहत B.Tech (IT) उम्मीदवारों को पात्रता सूची से बाहर रखा गया है, जिससे नाराजगी बढ़ गई है। इसको लेकर हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई है।
पूरी भर्ती प्रक्रिया क्या है?
UPPSC ने लगभग 7 साल बाद एलटी ग्रेड शिक्षक के 7385 पदों के लिए नोटिफिकेशन निकाला है जिसमें कंप्यूटर विषय के लिए 1056 पद हैं। इस विषय में BEd डिग्री को आवश्यक नहीं माना गया, लेकिन दूसरी तरफ बीटेक व IT विद्यार्थियों को योग्य नहीं माना गया है। इससे तकनीकी पृष्ठभूमि वाले युवाओं में असंतोष बढ़ गया है।
अभ्यर्थियों की मुख्य मांग क्या है?
B.Tech एवं IT डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों की मांग है कि उन्हें भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर दिया जाए। उम्मीदवारों का कहना है कि कंप्यूटर विषय के लिए यही डिग्री ज्यादा उपयुक्त है, इसलिए उन्हें बाहर रखना अनुचित है। अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है और विज्ञापन में संशोधन की मांग की है। उनका कहना है कि योग्य तकनीकी अभ्यर्थियों को मौका नहीं देना अन्याय है और इससे उनका आत्मविश्वास कमजोर पड़ रहा है।
अब सबकी नजर इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले पर है जिसका निर्णय इस भर्ती प्रक्रिया की दिशा तय करेगा।